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  1. सेंड फिल्ट्रैशन प्लांट ने ग्रामीण बंगाल में सुरक्षित पेयजल प्रदान किया।

    अवलोकन  स्थान: पश्चिम बंगाल  अवधि: 2013 से वर्तमान  खादोम ने बताया- जो कि मानखेत गाँव के “जल शोधन परियोजना” का लाभार्थी है।  “मैं पास के कुएँ से पीने का पानी लाता था, जिसका स्वाद खराब और उसमें दुर्गंध आती थी,लेकिन हमारे पास और कोई विकल्प नहीं था।हममें से ...
  2. फ्लोराइड रहित जल: अब कर्बी अन्ग्लोंग की सच्चाई।

    20 साल से, धोनी तोक्बे फ्लोराइड से दूषित जल के कारण आसाम के कर्बी, अन्ग्लोंग ज़िले के अपने गांव सारक तेरौं, के अपने गाँव वालों- भेद और  होने की परेशानी आम हो गई थी। ऐसी ही समस्या से कर्बी अन्ग्लोंग के बहुत से गांव जूझ रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार, बहुत सी सरक ...
  3. दीपस्तंभ ग्राम पंचायत प्रोजेक्ट

    अवलोकन  नवंबर 2017 में झारखण्ड सरकार द्वारा, पंचायती राज विभाग के अंतर्गत आर्ट ऑफ़ लिविंग के व्यक्ति विकास केंद्र ट्रस्ट, भारत के सहयोग से यूथ लीडरशिप कार्यक्रम पक्ष द्वारा झारखंड के 60 ग्राम पंचायतों में सुशासन मापदंडों और सामाजिक आर्थिक सशक्तीकरण की मुह ...
  4. रवि मैहर की यात्रा: एक अनजान मोती से साक्री के मेयर बनने तक की

     वर्ष 2000 17 वर्षीय रवि मेहर बिलासपुर छत्तीसगढ़ के एक छोटे गांव साकरी के एक सरकारी विद्यालय में दिन पूरा होने पर अपने किताबों का बस्ता बांध लिया और चल पड़ा फुटपाथ पर स्थित एक छोटे से झोपड़ी की तरफ जहां उसके पिताजी बैठते हैं। उसके पिताजी जो कि एक साधारण म ...
  5. श्वास जल ध्वनि कार्यक्रम के द्वारा ग्रामीण इलाकों का विकास

    नव चेतना शिविर (जिसे श्वास जल ध्वनि कार्यक्रम भी कहा जाता है) आर्थिक एवं भावनात्मक रूप से पिछड़े एवं व्यथित समुदाय की चुनौतियों का समाधान करने के लिए आयोजित किया जाता है । उनके जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए उनको आवश्यक पद्धति एवं तकनीक से लैस किय ...
  6. बांस के बच्चों ने गायी नयी धुन

    कर्णाटक की सोलिगा जनजाति में 821 घरों  बिजली से उजागर हुए। दोपहर में एक रौशन झोपड़ी!  ये एक नया नज़ारा था। नहीं, वो सूर्य का प्रकाश नहीं था। उस असामान्य दृश्य को देखने के लिए जल्द ही कुछ लोग, झोपड़ी के बाहर एकठ्ठा हो गए। कुछ फुसफुसाहटे, कुछ मुस्कुराहटें,कुछ ...
  7. उस परिवर्तन का सृजन करें जो आप देखना चाहते हैं

    आर्ट आफ लिविंग प्रत्येक व्यक्ति को विभिन्न साधनों का योगदान करने का अवसर प्रदान करता है- आर्थिक सहयोग हो या शहर एवं ग्रामीण भारत में असंख्य सेवा प्रकल्पों के माध्यम से हो । अगर आप किसी बच्चे के चेहरे पर मुस्कान लाना चाहते हैं  या किसी की मदद या देखभाल की ...
  8. कापसी की अविश्वसनीय कहानी: सूखे से जल बाहुल्य तक की यात्रा

    दादा साहब कटार नामक किसान के जीवन में आमूल परिवर्तन आ गया है। दादा साहब फलतन- सतारा हाईवे स्थित कापसी गाँव का निवासी हैं। जल के टैंकर के लिए दीर्घ प्रतीक्षा के दिन अब समाप्त हो गए हैं। अब उसे फलतन से आने वाले टैंकर की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती। यह टैंकर प ...
  9. कभी नशे के अंधेरों से घिरे दारा आज दूसरों के लिए आशा के दीपक बन गए

    एक व्यक्ति जो जान से मारने को तैयार था एवं एक वह व्यक्ति जो अपने माँ –बाप  का चहेता है। दो भिन्न-भिन्न व्यक्ति? नहीं, एक ही व्यक्ति – दारा सिंह दारा शिक्षा के स्कूल की बजाय नशे के स्कूल में चला गया दारा सिंह एक साधारण लड़का था- एक किसान का बेटा। राजस्थान ...
  10. शराब की लत छोड़कर अब युवा व्यसन मुक्ति कार्यक्रम चला रहे हैं डॉ वयाल

    डॉक्टर पुरुषोत्तम वयाल कभी खुद भी दिन रात शराब का नशा किया करते थे। अपनी मज़बूत इच्छाशक्ति  उन्होंने असाधारण साहस के साथ मुकाबला किया एवं एक करिश्माई सामाजिक कार्यकर्ता एवं जन नायक के रूप में उभर कर आगे आये। डॉ वयाल अपनी मार्मिक यात्रा पर प्रकाश डालते हैं, ...