Archive

Search results

  1. पुरानी विरासत बचाए रखना ज़रूरी है

    प्रश्न: गुरुदेव, भारत में अब भी ऐसी जगह हैं  जिन्होने बहुत समय बीतने पर भी अपना व्यक्तित्व बनाये रखा, अपनी जीवनशैली बनाए रखी। जहाँ समय बहुत परिवर्तन लाया है वह जगह अपनी जड़ों से संबंध कैसे गहरा कर सकती हैं? 150 साल पुराना है आर्ट ऑफ़ लिविंग का जर्मनी आश्रम ...
  2. गोस्वामी तुलसीदास जी की संक्षिप्त जीवनी | कवि तुलसीदास का जीवन परिचय इन हिंदी|

    तुलसीदास जी के जन्म की कथा ही अद्भुत है जो उनके महापुरुष होने का उनके जन्म के समय ही इंगित करती है। आज के भारत वर्ष के उत्तरप्रदेश के चित्रकूट जिले में राजापुर नाम का एक गांव है जहां तुलसीदास जी के पिता, आत्मा राम दुबे निवास करते थे। वे एक सम्मानित ब्राह् ...
  3. हनुमान चालीसा | Hanuman Chalisa in Hindi | हनुमान चालीसा क्या है? | हनुमान चालीसा के लाभ

      भारतीय आध्यात्मिक इतिहास में शक्ति पीठों का बहुत महत्व हैl निम्नलिखित लेख में, हमने भारत में और उसके आसपास के शक्ति पीठों से संबंधित सभी उचित जानकारियां प्राप्त करने की कोशिश की है। हमने शक्तिपीठों, उनके स्थान और वहां पहुंचने के बारे में सभी उपलब्ध जानक ...
  4. मातृभाषा का महत्त्व | Why is it important to learn mother tongue

    मातृभाषा क्या है?  जन्म से हम जिस भाषा का प्रयोग करते है वही हमारी मातृभाषा होती है। सभी संस्कार एवं व्यवहार हम इसी के द्वारा पाते हैं। इसी भाषा से हम अपनी संस्कति के साथ जुड़कर उसकी धरोहर को आगे बढ़ाते हैं।   सभी राज्यों के लोगों का मातृभाषा दिवस पर अभिनन् ...
  5. प्राचीन भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रहण काल के दौरान क्या करें | What to do during eclipse according to Indian tradition

    ग्रहण की पौराणिक कहानी और रहस्य पौराणिक कथाओं के अनुसार बलवान देव और असुरों ने दूध के समुद्र का मंथन किया था जिससे भगवान विष्णु जी धनवंतरी के रूप में अमृत के साथ निकले थे। अमृत के लिए देव और असुरों के बीच लड़ाई छिड़ गयी। भगवान विष्णु जी ने सुंदर मोहिनी का ...
  6. अष्ट लक्ष्मी | Ashtalakshmi | Ashta lakshmi

    माता लक्ष्मी की पूजा (जिनको धन की देवी के नाम से जाना जाता है) को बहुत आदर-सम्मान से दिवाली के पर्व पर पूरे भारत-वर्ष में पूजा जाता है। नारायण लक्ष्य है और लक्ष्मी जी उन तक पहुँचने का एक साधन। गुरुदेव श्री श्री रवि शंकरजी ने इन आठ प्रकार के धन या अष्ट लक् ...
  7. अष्टविनायक | अष्ट गणपति के बारे में जानिए | Ashtavinayaka in hindi

    अष्ट गणपति के बारे में जानिए  आठ संख्या, आठ प्रकार की प्रकृतियों से जुड़ी हुई हैं। यह अष्ट प्रकृतियां कौन सी हैं- पृथ्वी, वायु, जल, आकाश, अग्नि, चित्त, बुद्धि और अहम्। किसी महापुरुष ने सुझाया कि प्रत्येक प्रकृति के लिए एक गणपति की स्थापना की जाए। बस और कु ...
  8. नव वर्ष का संदेश | New Year Message in Hindi

    नव वर्ष (नया साल) वह समय है जब लोगों को अचानक लगता है कि, ‘ओह! एक साल बीत गया!’ हम कुछ पलों के लिए स्तब्ध हो जाते हैं कि समय कितनी जल्दी बीत जाता है, और फिर हम वापिस अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं। मज़े की बात यह है कि ऐसा साल में लगभग एक बार तो होता ही ह ...