"पूर्णिमा की रात्रि का ध्यान काफी प्रचलित है। चन्द्रमा और आध्यात्मिक क्रियाओं के बीच में गहरा संबंध है। पूनम की रात को चन्द्रमा की रोशनी में किया हुआ ध्यान अति मनमोहक और गहरा होता है।"- गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर
चन्द्रमा हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। चाहे कोई त्यौहार हो अथवा किसी कार्य का शुभारम्भ करना हो, प्राचीन काल में सब कुछ चन्द्रमा की स्थिति के अनुसार तय होता था। उदाहरण के लिए ईद, गुरु पूर्णिमा और होली इत्यादि त्यौहार की तिथि चन्द्रमा की तिथि पर निर्धारित हैं।
पूर्णिमा की रात्रि कैसी होती है? | What happens on a full moon day?
पूर्णिमा की रात्रि को धरती से चन्द्रमा सम्पूर्ण चमकता, दमकता दिखाई देता है। इस दिन पृथ्वी सूर्य और चंद्र के बीच में होती है और तीनों एक सीधी रेखा में होते हैं।
पूर्णिमा का सांकेतिक अर्थ | Full moon symbolism
विभिन्न संस्कृतियों में पूर्णिमा का महत्व अलग-अलग प्रकार से समझाया गया है। कुछ में इसे धार्मिक व आध्यात्मिक पथ से जोड़ा गया है और कुछ में इसे मात्र समय का सूचक माना गया है। भारत में प्राचीन काल से ऐसी मान्यता है कि पूर्णिमा का मुख्यतः प्रभाव सृष्टि में जल के प्रवाह पर होता है। बौद्धधर्मी इसे आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर होने का सूचक मानते हैं। ऐसी मान्यता है कि पूर्णिमा का चाँद हमारे मन और चित्त पर प्रभाव डालता है, अतः इसे उन्माद का कारण भी समझा जाता है।
पूर्णिमा का महत्व | Significance of the full moon
सृष्टि में प्रत्येक वस्तु का प्रभाव दूसरी वस्तु पर होता है। इसी प्रकार पूर्णिमा और अमावस्या का भी मनुष्य के शरीर और मन पर प्रभाव पड़ता है। किन्तु जो व्यक्ति प्राणायाम, ध्यान और योग करते हैं वो इन सभी प्रभावों से मुक्त हो जाते हैं।
पूर्णिमा तिथि 2018 | Full moon calendar 2018
२९ मई २०१८ | मंगलवार | वैशाख पूर्णिमा |
२८ जून २०१८ | गुरुवार | ज्येष्ठ पूर्णिमा |
२७ जुलाई २०१८ | शुक्रवार | गुरु पूर्णिमा |
२६ अगस्त २०१८ | रविवार | श्रावण पूर्णिमा |
२५ सितम्बर २०१८ | मंगलवार | भाद्र पूर्णिमा |
२४ अक्टूबर २०१८ | बुधवार | आश्विन पूर्णिमा |
२३ नवंबर २०१८ | शुक्रवार | कार्तिक पूर्णिमा |
२२ दिसंबर २०१८ | शनिवार | मार्गशीर्ष पूर्णिमा |
चन्द्रमा का हमारे शरीर पर प्रभाव | How does the moon affect our body?
हम जो भोजन करते हैं वह मुख्य्तः दो प्रकार की शक्तियों में परिवर्तित हो जाता है - मनःशक्ति और प्राणशक्ति।मनःशक्ति का केंद्र शीर्षग्रंथि (Pineal Gland) में होता है जहां से जीवन के लिए उपयोगी हार्मोनस का स्राव होता है। ऐसी मान्यता है कि चन्द्रमा यहां प्रवेश कर रात्रि को सोने से लेकर सुबह उठने तक हमारा संचालन करता है।
चन्द्रमा की रोशनी मनुष्य, पेड़ पौधों, जानवरों, जीव जंतुओं सब पर अपना प्रभाव डालती है। मानव शरीर तो ७० प्रतिशत पानी से बना हुआ है - अतः पूर्णिमा कि रात्रि का ध्यान साधक को अपने अंतर्मन में झाँकने, मन के परे और दिव्यता का अनुभव करने के लिए अति लाभकारी होता है।
पूर्णिमा की रात्रि का निर्देशित ध्यान | Guided Full moon meditation in Hindi
"क्योंकि चन्द्रमा का अध्यात्म के साथ गहरा संबंध है, अतः पूर्णिमा की रात्रि को ध्यान करना लाभदायक होता है।"- श्री श्री रविशंकर द्वारा निर्देशित पूर्णिमा की रात्रि का ध्यान मन व शरीर में सुफुर्ति लाता है। इसे पूर्वी या पश्चिमी दिशा में बैठकर किया जाता है। खुली जगह में चन्द्रमा की रोशनी में इस ध्यान को करना अति उत्तम माना जाता है।