हमारे बारे में

हम व्यक्ति को सशक्त बनाकर समाज की सेवा करते हैं।

एक वैश्विक आंदोलन...

  • 43 वर्षों की विरासत
  • 180 देशों मे 10,000 से अधिक केन्द्र
  • 50 करोड़ से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित किया

180 देशों में कार्यरत, आर्ट ऑफ लिविंग एक गैर लाभकारी, शैक्षिक और मानवतावादी संगठन है, जिसकी स्थापना 1981 में विश्व विख्यात मानवतावादी एवम् आध्यात्मिक गुरु - गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी  द्वारा की गई थी। हमारे सभी कार्यक्रम गुरुदेव के इस दर्शन के द्वारा निर्देशित हैं: "जब तक हमारा मन तनाव मुक्त और समाज हिंसा मुक्त नहीं होगा, तब तक हम विश्व शांति को प्राप्त नहीं कर सकते।"

आर्ट ऑफ लिविंग में विविध समुदायों के लोग शामिल हैं, और यह जीवन के सभी स्तरों के लोगों को आकर्षित करता है।

आर्ट ऑफ लिविंग एक सिद्धांत है, जीवन को पूर्णता से जीने का एक दर्शन है। यह एक संगठन की अपेक्षा एक आंदोलन है। इसका केंद्रीय मूल्य स्वयं के भीतर शांति पाना है और हमारे समाज में, विभिन्न संस्कृतियों, परम्पराओं, धर्मो और राष्ट्रीयताओं के लोगो को एक सूत्र में बांधना है; और इस प्रकार हमें यह याद दिलाना है कि हमारा एक ही लक्ष्य है और वह है सर्वत्र मानव जीवन का उत्थान।

- गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर

हमारे केंद्र

180 से अधिक देशों में 10,000 से अधिक आर्ट ऑफ लिविंग केंद्रों द्वारा शांति फैलाने और वसुधैव कुटुंबकम-"एक वैश्विक परिवार" की अवधारणा को सशक्त बनाने का कार्य किया जाता है।

संपर्क सूत्र:

भारतीय कार्यालय

फोन: +91 80 67612345

फैक्स: +91 80 2843 2833

ईमेल: secretariat@artofliving.org

पता: गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर कार्यालय, आर्ट ऑफ लिविंग अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, 21 किमी, कनकपुरा रोड, उदयपुरा, बेंगलुरु, कर्नाटक - 560082, भारत

संस्थापक

गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर

गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने विभिन्न जातियों, परंपराओं, आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति, और राष्ट्रीयताओं के लोगों को एकजुट किया है। 180 देशों में फैले इस समुदाय ने एक-विश्व आध्यात्मिक परिवार का निर्माण किया है।

गुरुदेव का संदेश सरल है: “प्रेम और ज्ञान से घृणा और हिंसा पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।” यह संदेश सिर्फ एक नारा नहीं है, बल्कि आर्ट ऑफ लिविंग के जरिए, कार्य और परिणाम में परिणित होता रहा है और होता रहेगा।

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