मधुमेह का घरेलू उपायों से नियंत्रण

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार वर्ष 2014 में विश्व भर में लगभग 42 करोड़ 20 लाख लोग मधुमेह से पीड़ित थे। इसका अर्थ यह है कि यह हमारे युग की सबसे सामान्य बीमारी है। इस रोग में हमारे रक्त में शकर का स्तर आवश्यकता से अधिक हो जाता है और इसके कारण शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है। रक्त में अधिक शकर का मुख्य कारण शरीर में एक महत्वपूर्ण हार्मोन, इन्सुलिन का कम बनना अथवा बनना बंद हो जाना है।

मधुमेह रोग के संभावित कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • तनाव
  • आनुवंशिक कारण
  • अस्वास्थ्यकर जीवनशैली

मधुमेह के लिए घरेलू उपचार

मधुमेह का नियंत्रण कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपायों तथा जीवनशैली में उचित परिवर्तन करके आसानी से किया जा सकता है। रक्त में शकर के स्तर को कम करने के कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपाय इस प्रकार हैं:

  • करेला मधुमेह के लिए सर्वोत्तम औषधि है। प्रतिदिन कम से कम एक चम्मच करेले के जूस का सेवन अवश्य करें। ऐसा करने से रक्त और पेशाब में शकर की मात्रा में कमी आएगी।
  • एक ग्लास पानी में 10 तुलसी के पत्ते, 10 नीम के पत्ते और 10 बेल पत्र मिला कर नित्य पीएँ। इस जूस का सेवन प्रातःकाल खाली पेट करना चाहिए। यह भी शकर के स्तर को कम रखने में सहायता करता है।
  • एक चम्मच देसी आँवले का जूस एक कप ताजा करेले के जूस में मिला लें। इस मिश्रण का सेवन दो माह तक प्रतिदिन निरंतर करने से हमारा पैंक्रियास इन्सुलिन बनाना आरंभ कर सकता है।
  • कसूरी मेथी के बीज 100 ग्राम, हल्दी 50 ग्राम और सफेद मिर्च को मिला कर पीस लें। इस पाउडर का एक छोटा चम्मच, एक ग्लास दूध के साथ दिन में दो बार पिएँ। 

उपरोक्त सभी उपाय मधुमेह को नियंत्रित करने से सरल किंतु प्रभावशाली उपाय हैं। आयुर्वेद के अनुसार मधुमेह के लिए बताए गए विशेष खाद्य पदार्थों के विषय में अधिक जानकारी प्राप्त करें। मधुमेह नियंत्रण के लिए अपनाई जाने वाली विस्तृत आहार पद्यति के लिए किसी योग्य आयुर्वेदिक डाक्टर से परामर्श करें।

जीवनशैली में किए जाने वाले परिवर्तन

मधुमेह का उपचार समग्र रूप से करने में न केवल चंद औषधीय उपायों का उपयोग, अपितु जीवनशैली में परिवर्तन करना भी अत्यावश्यक है। मधुमेह का श्रेष्ठतर उपचार करने के लिए यहाँ कुछ उपाय सुझाए जा रहे हैं:

  • नित्य योगाभ्यास: रक्त में शकर की मात्रा नियंत्रित रखने के लिए कुछ विशेष योगासन हैं। सर्वोत्तम परिणाम के लिए इन आसनों का अभ्यास किसी प्रशिक्षित योग विशेषज्ञ की देख रेख में नित्य प्रति करना चाहिए। मधुमेह की विरुद्ध लड़ाई में योग कैसे लाभप्रद है, इसके विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
  • ध्यान: ध्यान मधुमेह के प्रमुख कारणों जैसे तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होता है। नियमित ध्यान करने से शरीर तथा मन में तनाव और व्याकुलता कम होती है। आप निर्देशित ध्यान से प्रारंभ कर सकते हैं।
  • सुदर्शन क्रिया सीखें: सुदर्शन क्रिया एक शक्तिशाली श्वास प्रक्रिया है जिसका प्रभाव डीएनए (DNA) के स्तर तक होता है और रोग उपचार में सहायता मिलती है। सुदर्शन क्रिया करने से होने वाले लाभों के विषय में और अधिक जानकारी प्राप्त करें।

जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन करना दीर्घकाल में हमारे स्वास्थ्य में सुधार के लिए और शरीर तथा मन को स्वस्थ बनाने में अत्यंत लाभकारी है – विशेषतया वे परिवर्तन जिनमें हम योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या का आवश्यक अंग बना कर उसका नित्य अभ्यास करते हैं। इसके लिए आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा प्रस्तुत वेलनेस प्रोग्राम एक स्वस्थ शुरुआत हो सकती है।

विवेक शिनॉय, आर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षक, द्वारा दिए गए आदानों/ सहयोग के आधार पर

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