योग के बारे में (yoga)

अधोमुख श्वानासन | Adho Mukha Svanasana

अधोमुख श्वान आसन योगासन

अधो सामने मुख – चेहरा स्वान / श्वान - कुत्ता

अधोमुख स्वान आसन एक कुत्ते (श्वान / स्वान) की तरह सामने की ओर झुकने का प्रतिकात्मक है इसलिए इसे अधोमुख स्वान आसन कहते हैं।

इस योगासन को करने की प्रक्रिया बहुत आसान है और कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसने योगाभ्यास करना शुरू ही किया है, यह आसान कर सकता है। यह योगासन अत्यंत लाभदायक है और इसे प्रतिदिन के योगाभ्यास में अवश्य जोड़ना चाहिए।

अब ध्यान करना है बहुत आसान ! आज ही सीखें !

 

अधोमुख श्वान आसन करने की प्रक्रिया | 6 steps to do Adho Mukha Svanasana

  1. अपने हाथों और पैरों के बल आ जाएँ। शरीर को एक मेज़ की स्थिति में ले आयें। आपकी पीठ मेज़ की ऊपरी हिस्से की तरह हो और दोनों हाथ और पैर मेज़ के पैर की तरह।
  2. साँस छोड़ते हुए कमर को ऊपर उठाएं। अपने घुटने और कोहनी को मजबूती देते हुए सीधे करते हुए) अपने शरीर से उल्टा v-आकार बनाएं।
  3. हाथ कंधो के जितने दूरी पर हों। पैर कमर के दूरी के बराबर और एक दुसरे के समानांतर हों। पैर की उंगलिया बिल्कुल सामने की तरफ हों।
  4. अपनी हथेलियों को जमीन पर दबाएँ, कंधो के सहारे इसे मजबूती प्रदान करें। गले को तना हुआ रखते हुए कानों को बाहों से स्पर्श कराएं।
  5. लम्बी गहरी श्वास लें,अधोमुख स्वान की अवस्था में बने रहें। अपनी नज़रें नाभि पर बनाये रखें।
  6. श्वास छोड़ते हुए घुटने को मोड़े और वापस मेज़ वालीस्थिति में आ जाएँ। विश्राम करें।

अधोमुख श्वान आसन को आसानी से करने के कुछ नुस्खे | Tips to do Adho Mukha Svanasana

अधोमुख श्वान आसन से पहले किये जाने वाले आसन | Preparatory asanas

अधोमुख श्वान आसन के बाद किये जाने वाले आसन | Follow up asanas

अधोमुख श्वान आसन के छः लाभ | Adho Mukha Svanasana benefits

अधोमुख श्वान आसन की सावधानियाँ | Contraindications of the Adho Mukha Svanasana

अगर आप उच्च रक्तचाप, आँखों की केशिकाएँ कमजोर है कंधे की चोट या दस्त से पीड़ित हैं तो यह आसन न करें रक्तचाप

और कुछ फायदेमंद योगासन (name of yoga asanas)

यद्यपि योगाभ्यास शरीर और मन के लिए बहुत फ़ायदेमंद है, फिर भी इसे दवा के बदले आजमाना उचित नही है। योगासनों का अभ्यास आर्ट ऑफ लिविंग योग के प्रशिक्षक की निगरानी में ही करना सर्वथा लाभप्रद होगा। अगर कोई शारीरिक या मानसिक खामी हो, तो वैद्यकीय सलाह और श्री श्री योग के प्रशिक्षक की निगरानी में ही करना सर्वथा लाभप्रद होगा। अगर कोई शारीरिक या मानसिक खामी हो, तो वैद्यकीय सलाह और आर्ट ऑफ लिविंग योग के प्रशिक्षक की अनुमति के पश्चात ही योगाभ्यास करें। श्री श्री योग कोर्स आपके नज़दीकी आर्ट ऑफ लिविंग केंद्र में आप सीख सकते हैं। अगर आप विविध कोर्सों के बारे में जानकारी पाना चाहते हैं या सुझाव देना चाहते हैं तो हमें संपर्क करें info@artoflivingyoga.in

  1. यह आसन करने से पहले अपने पैर की मांसपेसियो और हाथों को अच्छी तरह से तैयार कर लें।
  2. अधोमुख स्वान आसन करने से पहले धनुरासन या दण्डासन करें।
  3. यह आसन सूर्य नमस्कार के एक अंश के रूप में भी किया जा सकता है।
    1. धनुरासन | Dhanurasana
    2. दण्डासन
    1. अर्धपिंचा मयुरासन
    2. चतुरंग दण्डासन
    3. ऊर्ध्व मुख श्वानासन (Urdhva Mukha Svanasana)
    1. यह आसन यह आसन शरीर को ऊर्जा देता है और आपको तारो-ताज़ा करता है।
    2. यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है । छाती की मांसपेसियो को मजबूती प्रदान करता है और फेफड़े की क्षमता को बढ़ाता है।
    3. यह पूरे शरीर को शक्ति प्रदान करता है। विशेषकर हाँथ, कंधे और पैरों को।
    4. मांसपेसियो को सुद्रिढ करता है और मस्तिष्क में रक्त संचार बढ़ाता है।
    5. को शांति प्रदान करता है एवं सरदर्द, अनिंद्रा, थकान आदि में भी अत्यंत लाभदायक है।

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