योग के बारे में (yoga)

गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ योगासन (Yoga for Pregnant Women)

गर्भावस्था के दौरान प्रतिदिन योगाभ्यास आपको तंदुरुस्त रखता है और प्रसव के दौरान मन व शरीर को भी केंद्रित रखने में भी मदद करता है। प्रतिदिन योगासन करने से आपका शरीर क्रियाशील रहता है और गर्भावस्था में आमतौर पर होने वाली समस्याएं जैसे कब्ज और उल्टी आने से भी बचाता है। प्रतिदिन योगासन करने से शरीर से तनाव निकल जाता है जिससे प्रसव आराम से होने की संभावना बढ़ जाती है। गर्भाशय, गर्भाशय की नलिका और श्रोणि के हिस्से से तनाव निकल जाता है जिससे प्रसव में कोई दुविधा नहीं होती।

12 योगासन जो गर्भावस्था के दौरान किए जा सकते हैं | (12 Yoga poses for ladies during pregnancy)

निमनलिखित योगासन आपको गर्भावस्था में होने वाली समस्याओं से बचाते हैं और आराम से प्रसव होने का आश्वासन भी देते हैं। यदि गर्भवती महिला आसनों का अभ्यास प्रतिदिन करती हैं तो प्रसव के पश्चात पुनः ठीक होने में ज्यादा समय भी नहीं लगता।

  1. सुखासन (Sukhasana)
  2. मार्जारिआसन (Marjariasana)
  3. उज्जयी साँस के साथ वज्रासन (Vajrasana with ujjayi breath)
  4. ताड़ासन (Tadasana)
  5. कोनासन-1(Konasana-1)
  6. कोनासन-2 (Konasana-2)
  7. त्रिकोनासन (Trikonasana)
  8. वीरभद्रासन (Veerbhadrasana)
  9. पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)
  10. बद्धकोणासन (Badhakonasana)
  11. विपरीतकर्णी (Viparitakarni)
  12. शवासन (Shavasana)

योग सीखें और बीमारियों से रहें दूर

 

कुछ प्राणायाम जो गर्भावस्था के दौरान किए जा सकते हैं | (Different pranayamas you can practice during pregnancy)

इन सभी प्राणायाम को करने के पश्चात आप कुछ समय ध्यान कर सकते हैं जो आपको पूरी तरह विश्राम देगा।

 

कुछ सावधानियां जो गर्भावस्था के दौरान बरतनी चाहिए | (Yoga precautions for pregnant women)

  • यदि आप गर्भावस्था के शुरूआती महीने में है तो ऐसे आसन न करें जो मुश्किल हो और पेट के निचले हिस्से पर अधिक दबाव डालते हो।
  • गर्भावस्था के पहले तीन महीनों के दौरान खड़े रहने वाले कुछ योगासन करने चाहिए क्योंकि यह पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं, शरीर में अच्छे से रक्त का संचार करते हैं, ऊर्जा प्रदान करते हैं और पैरों में होने वाली अकड़न व सूजन को भी दूर करते हैं।
  • गर्भावस्था के बीच के तीन महीनों के दौरान, थका देने वाले, ज्यादा फुर्तीले आसन नहीं करनी चाहिए। बीच के तीन महीनों के दौरान प्राणायाम व ध्यान पर ज्यादा समय लगाना चाहिए।
  • गर्भावस्था के १०वे से १४वे हफ्ते तक कोई भी योगासन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह समय गर्भावस्था का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है।
  • अपने पेट के निचले हिस्से पर ज्यादा दबाव न डालें। ध्यान दें कि आप ऐसे योगासन करें जो आपके कंधों और कमर के ऊपरी हिस्से को मजबूत बनाएं।
  • गर्भावस्था के दौरान आपको प्रत्येक आसन करने की कोई आवश्यकता नहीं है। ध्यान दें आप उतना ही करें जितना आप सहजता से कर सकें।

कुछ योगासन जो गर्भावस्था के दौरान नहीं करने चाहिए | (Yoga poses to avoid during pregnancy):

  1. नौकासन (Naukasana)
  2. चक्रासन (Chakrasana)
  3. अर्धमत्स्येंद्रासन (Ardha Matsyendrasana)
  4. भुजंगासन (Bhujangasana)
  5. विपरीत शलभासन (Viparita Salabasana)
  6. हलासन (Halasana)

नोट

गर्भावस्था के दौरान योगाभ्यास की प्रक्रिया को आरंभ करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी भी श्री श्री योगा प्रशिक्षक कि राय अवश्य ले।

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