मेधा स्तर 1 क्या है?
समस्या
शोध बताते हैं कि आनंदित किशोर स्वस्थ वयस्कों में बदल जाते हैं, लेकिन आनंदित किशोर दुर्लभ होते जा रहे हैं। बचपन से वयस्क होने के क्रम में उन्हें अध्ययन, प्रवेश परीक्षा, मित्रों का दबाव, और आपसी संबन्ध आदि अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है| इसी कारण किशोरों में तनाव तेजी से बढ़ रहा है| और इसलिए, किशोर तनाव तेजी से बढ़ रहा है।
हमारा समाधान
प्रसन्न और शांत किशोर चुनौतियों के बावजूद दृढ़ रहने में सक्षम होते हैं। मेधा योग स्तर 1 केवल इसी पर केंद्रित है:किशोर तनाव मुक्त और प्रसन्न रहें साथ ही प्रतिबद्ध और केंद्रित हों । यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को नकारात्मक भावनाओं को दूर करने और विशेष श्वास विधियों के माध्यम से तनाव से निपटने में मदद करता है। अध्ययन, मित्रों का दबाव, और आत्मसम्मान जैसे विषयों के बारे में सुझावों और समूह-चर्चा के द्वारा, कार्यक्रम उन्हें पूरी क्षमता कैसे प्राप्त करें, इसका मार्गदर्शन करता है। इसके अलावा उनमें मिलजुलकर कार्य करना और सहयोग जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल को आपसी संवाद की प्रक्रियाओं और खेलों के माध्यम से बढ़ाया जाता है।
कार्यक्रम के लाभ:
- नेतृत्व कुशलता मजबूत होती है
- याददाश्त और एकाग्रता बढ़ जाती है
- संदेह और चिंता दूर होती है
- तनाव और घबराहट कम होती है
- आरामदायक नींद और मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली
- प्रसन्नचित्त, जीवंत और आनंदित रहने की कला
- संबंधों में सुधार
कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी
13 से 18 साल तक के सभी किशोरों के लिए
प्रतिदिन का समय : 2 घंटे
कार्यक्रम की अवधि : 3 दिन
प्रतिभागी क्या कहते हैं
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
13-18 उम्र तक
4 से 6 दिन, प्रतिदिन 3 से 4 घंटे
मेधा योग स्तर - 1 प्राचीन श्वसन तकनीकों और गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा विकसित एक विशेष श्वसन तकनीक पर आधारित है। पाठ्यक्रम सामग्री में शामिल हैं:
- सुदर्शन क्रिया
- ध्यान और श्वांस तकनीकें
- योग, जो आपके शरीर और मन को ऊर्जा से भर दें
- रोज़मर्रा की चुनौतियों से निपटने के आसान तरीके
- पढ़ाई के नुस्खे
- एकाग्रता औए स्मृति बढ़ाने के नुस्खे
- भय और चिंता से निपटने के तरीके
- बातचीत और प्रक्रियाएं
- सामूहिक खेल
तकनीकों के नियमित अभ्यास से किशोरों को अनन्य लाभ होते हैं:
- आसानी से संभालें नकारात्मक भावनाएं
- भीतर से तनावमुक्त और हल्का अनुभव करें
- साथियों से हो रहे तनाव से निपटें
- हर परिस्थिति में मुस्कुराना सीखें
- सकारात्मक अनुभव करें
- मंच का डर हमेशा के लिए दूर भगाएं
नोट : दैनिक अभ्यास में 20 से 25 मिनट लगते हैं|