माइग्रेन स्नायु तंत्र का एक विकार है जो मध्यम से तीव्र वेग से बार बार सिर में दर्द का कारण है। आम तौर पर यह सिर के आधे भाग को प्रभावित करता है और यह दो घंटे से लेकर दो दिन से अधिक देर तक बना रह सकता है। जब किसी को माइग्रेन का दौरा पड़ता है तो पीड़ित व्यक्ति प्रकाश या शोर के प्रति अति संवेदनशील हो जाता है। इसके अन्य सामान्य लक्षणों में उल्टी आना, जी मिचलाना और शारीरिक गतिविधि के कारण दर्द बढ़ना सम्मिलित हैं।
आप माइग्रेन के दर्द का इलाज कैसे करते हैं?
यदि आप वर्षों से सिर फटने जैसे दर्द से पीड़ित हैं अथवा अभी हाल ही में आपकी माइग्रेन पीड़ित होने की पहचान हुई है, तो इस दर्द से राहत के लिए दवाई के अतिरिक्त भी कुछ उपाय हैं। माइग्रेन के दौरों को रोकने के लिए रक्त शिराओं की सर्जरी, माँसपेशियों की सर्जरी, ऑक्सिपिटल नर्व को उकसाना, बोटोक्स, बीटा-ब्लॉकर्स और एंटीडिप्रेसेंट (हताशरोधी) दवाओं का सेवन आदि कुछ रोग निरोधक उपाय उपलब्ध हैं।
परंतु आपको सावधान रहना होगा क्योंकि इनमें से अधिकतर उपायों के कुछ दुष्प्रभाव भी होते हैं। इनमें से कुछ उपाय अपनाने के कारण कम रक्त चाप, दिल के दौरे, अनिद्रा और जी मिचलाने या उल्टी आने जैसे रोगों का खतरा बढ़ सकता है।
तो क्या, कोई ऐसा प्राकृतिक उपाय है जिसमें शरीर को नुकसान पहुँचाए बिना माइग्रेन से निपटा जा सके?
सौभाग्यवश इसका उत्तर ‘हाँ’ है। इसका उत्तर है योग। नीचे कुछ ऐसे आसान योगासन बताए गए हैं जिनको करने से माइग्रेन का उपचार किया जा सकता है। आइए एक एक करके इनके विषय में जानें।
माइग्रेन और सिर दर्द से राहत के लिए 8 योगासन
योग एक प्राचीन तकनीक है जो आसन और प्राणायाम के संयोजन द्वारा हमारी पूरी जीवनशैली को लाभान्वित करती है। योग बिना किसी दुष्प्रभाव के माइग्रेन का सामना करने का उपाय है। प्रतिदिन कुछ मिनट तक निम्नलिखित कुछ साधारण योगासनों का अभ्यास ही हमें आगामी माइग्रेन के दौरे के लिए तैयार कर देता है:
हस्तपादासन

हस्तपादासन रक्त संचार में वृद्धि कर के हमारे स्नायु तंत्र को मजबूत और मन को शांत कर देता है।
सेतु बंधासन

सेतु बंधासन के लाभ
सेतु बंधासन मन को शांत और चिंता को कम करती है।
शिशु आसन

शिशु आसन स्नायु तंत्र को शांत करता है और दर्द को प्रभावी रूप से कम करता है।
मार्जरी आसन

मार्जरी आसन शरीर में रक्त संचार को सुचारू बनाता है और मन को शांत करता है।
पश्चिमोत्तानासन

पश्चिमोत्तानासन मन को शांत और तनाव को कम करता है। यह योगासन सिर के दर्द से भी राहत देता है।
अधोमुख स्वानासन

अधोमुख स्वानासन मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ाता है जिससे सिर दर्द से राहत मिलती है।
पद्मासन

पद्मासन मन को शांत कर के सिर दर्द को कम करता है।
शवासन

शवासन शरीर को ध्यानस्थ विश्राम की स्थिति में ला कर शरीर को फिर से युवा जैसा बना देता है। आप अपनी नियमित योग दिनचर्या का समापन चंद मिनट के लिए शवासन में लेटकर कर सकते हैं।
माइग्रेन के कारण सिर में असहनीय दर्द होता है और इससे हमारा निजी और व्यावसायिक जीवन प्रभावित हो सकता है। अपनी स्थिति को परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के साथ साझा करने से हमें उनसे नैतिक और भावनात्मक सहायता पाने में सहायता मिलती है। इससे उन्हें हमारी स्थिति के विषय में खुले मन से सोचने और समझने का अवसर भी मिलेगा।
यद्यपि योग से माइग्रेन के प्रति हमारी प्रतिरोधक शक्ति बेहतर होती है, तथापि इसको किसी दवा या उपचार के विकल्प के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इसलिए जब तक आपका डाक्टर न कहे, आपको अपना उपचार जारी रखना चाहिए।
इन साधारण योगासनों का अभ्यास करने से माइग्रेन के दौरे का प्रभाव कम होता जाता है और अंततः यह स्थायी रूप से समाप्त हो जाता है। अतः प्रतिदिन कुछ समय विश्राम करें, और माइग्रेन को अपने जीवन से सदा के लिए दूर भगायें।
शवासन के विषय में और जानकारी प्राप्त करें।