एक बार मुल्ला नसीरुद्दीन के साथ दुर्घटना हुई और वे अस्पताल में थे। शरीर के हर एक अंग की कोई न कोई हड्डी टूटी थी।
उनके सारे चेहरे पर पट्टियां बंधी हुई थीं। केवल उनकी ऑंखें दिख रही थीं। उनके एक मित्र उनसे मिलने आए और उनसे
मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए कई उपाय हैं, जैसे योग, व्यायाम, टहलना या फिर अपने अच्छे दिनों को याद करना आदि।
हमारे शरीर में अगर कोई बीमारी होती है तो हमें उसके लक्षणों से पता चल जाता है। इसके बाद हम उस बीमारी का इलाज करवाते हैं। लेकिन मेंटल हेल्थ यानी मानसिक स्वास्थ्य के साथ ऐसा नहीं है। अक्सर लोगों को यह पता ही नहीं चलता कि कब से मानसिक रूप से अस्वस्थ हो रहे हैं। अगर आप दिमाग की किसी समस्या से पीड़ित हैं तो यह आपको कई दूसरी बीमारियों की तरफ भी ले जा सकता है।
व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी आवश्यक है। योग ऐसा ही एक मानसिक तनाव से मुक्ति का उपाय है। आमतौर पर यह शरीर का नॉर्मल रिएक्शन है, लेकिन ज्यादा बढ़ जाए तो यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। आज हम इस लेख में बताएंगे कि दिमाग की टेंशन को कैसे दूर करें। मानसिक समस्याओं को कैसे पहचान सकते हैं और टेंशन फ्री कैसे रहे।
दिमाग की टेंशन को कैसे दूर करें?
टेंशन को दूर करने के लिए आइये पहले यह कहानी पढ़ते हैं। कहानियां पढ़ना या सुनना भी टेंशन को दूर करने का मंत्र है।
“एक बार मुल्ला नसीरुद्दीन के साथ दुर्घटना हुई और वे अस्पताल में थे। शरीर के हर एक अंग की कोई न कोई हड्डी टूटी थी।
उनके सारे चेहरे पर पट्टियां बंधी हुई थीं। केवल उनकी ऑंखें दिख रही थीं। उनके एक मित्र उनसे मिलने आए और पूछा,"कैसे हो, मुल्ला?" उन्होंने कहा," मैं ठीक हूं सिवाय इसके कि जब मैं हँसता हूं तो दर्द होता है।" तब उनके मित्र ने उनसे पूछा ,"भला, इस हालत में आप हँस कैसे सकते हैं?" मुल्ला ने जवाब दिया, "अगर मैं अब न हँसू तो मैं ज़िन्दगी में कभी हँस नहीं पाऊंगा।"
यह उत्साह सम्पूर्ण रूप से स्वस्थ रहने का फार्मूला है। संस्कृत में स्वास्थ्य के लिए शब्द है 'स्वस्ति' माने प्रबुद्ध व्यक्ति, जो स्व में स्थित है। स्व में बने रहने की पहली निशानी है उत्साह - जो हँस कर यह कह सके कि, "आज कोई काम नहीं बना।" यह कह सकने के लिए आपको ऐसी मानसिक स्थिति चाहिए जो कि तनाव-मुक्त और दबावरहित हो।
क्या है टेंशन और टेंशन को कैसे दूर करें?
टेंशन यानी तनाव में जब कोई व्यक्ति होता है तो वह या तो बहुत ज्यादा रिएक्ट करता है या फिर उदास, परेशान होकर बैठा रहता है। मानसिक तनाव से मुक्ति का उपाय बहुत आसान है, लेकिन हमें यह नहीं पता कि टेंशन को दूर कैसे करना है।
आमतौर पर जब आप तनाव में होते हैं तो आपकी भौहें ऊपर चढ़ जाती है, जिससे आपके चेहरे की 72 नसें काम में आती है, लेकिन जब आप हँसते हैं तो मात्र 4 नसें ही उपयोग में आती है। इसका मतलब है कि जब आप तनाव में होते हैं तो आप अधिक काम करते हैं। तनाव आपकी हँसी को गायब कर देता है। आपकी बॉडी लेंग्वेज आपकी मानसिक स्थिति और शारीरिक तंत्र की ऊर्जा का संकेत देती है।
दिमाग की टेंशन को कैसे दूर करें, आइये समझते हैं:-
टेंशन दूर करने का मंत्र है हमारे आस-पास की चेतना। हम एक उर्जा के बादल में हैं, जिसे चेतना कहते हैं। यह एक मोमबत्ती और बाती जैसा है। जब आप मोमबत्ती पर माचिस की तीली लगाते हैं तो बाती पर ज्योत प्रकट होती है। मोमबत्ती में हाईड्रोकार्बन है। लेकिन जब उसे प्रज्ज्वलित किया जाता है, तब ज्योति केवल उसकी चोटी पर टिमटिमाती है। इसी तरह हमारा शरीर मोमबत्ती की बाती की तरह है और इसके आसपास जो है वह चेतना है, जो हमें जीवित रखती है। तो हमें अपने मन और आत्मा का ध्यान रखना है।
हमारे अस्तित्व के 7 स्तर हैं - शरीर, श्वास, मन, बुद्धि, स्मृति, अहम् और आत्मा। मन में विचार और अनुभूति की समझ निरंतर बदलती रहती है। आत्मा हमारी अवस्था और अस्तित्व का सबसे छोटा पहलू है। आत्मा, मन और शरीर को जोड़ती है। वह हमारी सांस है।
सब कुछ बदलता रहता है। जैसे हमारा शरीर बदलाव से गुज़रता है, वैसे ही मन, बुद्धि, समझ, धारणाएं, स्मृति और अहम् भी। लेकिन हमारे भीतर कुछ ऐसा है जो नहीं बदलता। उसे आत्मा कहते हैं, जो कि सब बदलावों का सन्दर्भ बिंदु है। जब तक आप इस सूक्ष्मतम पहलू से नाता नहीं जोड़ेंगे, आयुर्वेद की प्राचीन पद्धति के अनुसार आप एक स्वस्थ व्यक्ति नहीं माने जायेंगे।
दिमागी टेंशन से दूर रहने के लिए आपको सचेत, सतर्क और जागृत रहना आवश्यक है। मन की दो स्थितियाँ होती हैं : एक तो शरीर और मन साथ में दूसरा, शरीर और मन भिन्न दिशाओं की ओर देखते हुए। कभी जब आप तनाव में हैं, तब भी आप सतर्क रहते हैं लेकिन ये ठीक नहीं है। आपको सतर्क और साथ ही तनाव-मुक्त होने चाहिए, इसी को ज्ञानोदय कहते हैं।
भावनात्मक अस्थिरता, तनाव होने के कारणों में से एक है। टेंशन फ्री कैसे रहे, इसके लिए हर एक भावना के लिए हमारी श्वास में एक विशेष लय है। धीमे और लंबे श्वास आनंद का और उग्र श्वास तनाव का संकेत देते हैं। जिस तरह से एक शिशु श्वास लेता है, वह एक वयस्क के श्वास लेने के तरीके से भिन्न है। यह तनाव ही है जो एक व्यक्ति की श्वसन पद्धति को भिन्न बनाता है।
हम अपने शरीर की सारी ऊर्जा पैसा कमाने में खर्च कर देते हैं। और फिर यही पैसा हम खुद को टेंशन से कैसे दूर करे, इस समस्या के हल पर खर्च कर देते हैं। अगर कोई छोटी-मोटी असफलता आ जाए तो चिंता न करें। तो क्या हुआ? हर एक असफलता एक नई सफलता की ओर बड़ा कदम है। अपना उत्साह बढ़ाइए। अगर आप में कुशलता है तो आप किसी भी परिस्थिति में व्यंग्य को डाल कर उसे पूरी तरह से बदल सकते हैं। यह ज़रूरी है कि आप तनाव से बचें।
पशु जब गीले हो जाते हैं या धूल में खेलते हैं, तो बाहर आ कर वे क्या करते हैं? वे अपना सारा शरीर झकझोरते हैं और अपने आप से सब कुछ बाहर निकाल फेंकते हैं। लेकिन हम मनुष्य सारा कुछ, सारा तनाव पकड़ के रखते हैं। किसी कुत्ते, पिल्ले या बिल्ली को देख कर हमें सब कुछ झाड़ना सीखना चाहिए। जब आप ऑफिस में आते हैं, तो घर को झकझोर दें। जब आप घर वापस जाएं, अपने मन से ऑफिस को झाड़ दें।
मानसिक तनाव से मुक्ति के उपाय
तनाव से मुक्त होने और हमारी उर्जा को पुनः प्राप्त करने के लिए, प्रकृति ने एक शानदार व्यवस्था बनाई है, जो है नींद। पर्याप्त नींद लेना टेंशन दूर करने का मूल मंत्र है। नींद आपकी थकान मिटाती है और तनाव बढ़ने पर लगाम लगाती है। तनाव को नियंत्रण में रखने के लिए प्राणायाम और ध्यान दो तरीके हैं। ये तनाव और थकान से मुक्ति देते हैं, क्षमता बढ़ाते हैं, आपके तंत्रिका तंत्र और मन को मज़बूत बनाते हैं। ध्यान एकाग्रता नहीं है। यह गहरा विश्राम है और जीवन को एक अधिक विशाल दृष्टि से देखना है, जिस के 3 स्वर्णिम नियम हैं - मुझे कुछ नहीं चाहिए, मुझे कुछ नहीं करना है। और मैं कुछ नहीं हूँ। नियमित रूप से प्राणायाम और ध्यान करने से निश्चित ही आप तनाव से मुक्ति पा सकते हैं।
जाने टेंशन दूर करने का मंत्र- योग, श्वास और ध्यान के लिए अपना पहला फ्री सेशन लें।
~ गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी की ज्ञान वार्ता पर आधारित
अधिक जानकारी के लिए या प्रतिक्रिया देने के लिए संपर्क – webteam.india@artofliving.org
मानसिक तनाव से मुक्ति के उपाय करने के लिए आमतौर पर पूछे जाने वाले प्रश्न
हमें हर छोटी-बड़ी बात पर टेंशन हो जाती है। मानसिक तनाव से मुक्ति के उपाय करने के लिए आपको अपने नियमित व्यव्हार में थोड़ा सा परिवर्तन करना होगा। इससे आपका मन शांत होगा और एकाग्रता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। योग की कुछ मुद्राएं हैं जो आपके दिमाग के तनाव को काफी हद तक कम कर सकती है।
इन योगासन का नियमित अभ्यास आपके जीवन से तनाव को दूर करने में सहायता मिलेगी।
- अनुलोम-विलोम
- भुजंगासन
- बालासन
- वृक्षासन
- शवासन
दिमाग और शरीर एक दूसरे के काम पर असर डालते हैं। जब दिमाग पर जोर देते हैं तो शरीर में हाई बीपी, शुगर, पाचन, अल्सर, सिरदर्द जैसी कई समस्याएं आती है। मानसिक तनाव से मुक्ति के उपाय करने के लिए हमें तनाव प्रबंधन आना चाहिए।
इस प्रकार से आप तनाव को मैनेज कर सकते हैं।
- आत्म-जागरूकता
- तनाव की पहचान और विकल्प
- दृढ़ तकनीक और अपनी भावनाओं को सीखें
- अपने आपसे और दूसरों से उम्मीदें रखें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें।
मानसिक तनाव से मुक्ति के उपाय के लिए हम निम्न युक्तियों का सहारा ले सकते हैं।
- तनाव से छुटकारा पाने के लिए पूरी नींद लें।
- रोजमर्रा के कामों से दूर कहीं घूमने जाएं
- योग, ध्यान और व्यायाम करें
- परिवार के साथ वक्त बिताएं
- पालतू जानवर के साथ समय बिताएं
- अपनी हॉबीज की तरफ ध्यान दें।
आज हर कोई व्यक्ति तनाव की समस्या से ग्रसित है। इसके लिए खराब जीवनशैली, पारिवारिक रिश्तें, दूसरों से अधिक उम्मीदें, भावनात्मक भेदभाव, प्रतिस्पर्धा, शारीरिक समस्याएं और आत्मसम्मान की कमी के चलते हम अक्सर तनाव के शिकार हो जाते हैं।
- अमर्यादित क्रोध
- नींद की समस्या
- भोजन की समस्या
- अवसाद
- चिड़चिड़ापन
- हाई ब्लड प्रेशर
- सिरदर्द या कोई शारीरिक दिक्कत
