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  1. Sankalpa

    संकल्प: अपनी इच्छाओं को शक्तिशाली दृढ़ संकल्प में बदलें "यदि मन में बीस इच्छाएँ उठती हैं तो उनमें से कुछ भी पूरा नहीं होता।"- गुरुदेव श्री श्री रविशंकर । इच्छाएँ जब समूह में आती हैं तो हम फँस जाते हैं। अपने साथ, वे अपने निरंतर साथी, ज्वर को लेकर ...
  2. भगवान शिव के 108 नाम अर्थ के साथ

    दक्षिण-पूर्व एशिया के सब से लोकप्रिय प्रतीकों में से एक शिव हैं। भारतीय उपमहाद्वीप की लंबाई और चौड़ाई में शिव की प्रतिमा और किंवदंती पाई जाती है। उत्तर भारत में गंगा नदी के किनारे धूलभरे तीर्थ शहरों की सड़कों से लेकर दक्षिण भारत के अंदरूनी हिस्सों में शाह ...
  3. ॐ नमः शिवाय मन्त्र के महत्त्व और लाभ

    क्या आप जानना चाहते हैं कि ॐ  नमः शिवाय का जाप करना क्यों जरूरी है और इस मंत्र के जाप के क्या फायदे हैं? ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक क्यों माना जाता है? जानिए नमः शिवाय मंत्र के महत्व के बारे में। उन्हें विभिन्न रूप से कालभैर ...
  4. नरक चतुर्दशी क्या है और क्यों मनाई जाती है

      एक दिन: कई नाम   नरक चतुर्दशी पाँच दिवसीय दिवाली उत्सव का दूसरा दिन है । यह पाँच दिन हैं:  1.धनतेरस  2.नरक चतुर्दशी  3.दीपावली  4.गोवर्धन पूजा 5. भाई दूज  इस दूसरे दिन के कई नाम हैं, जैसे काली चौदस, रूप चौदस, छोटी दिवाली व नरक निर्वाण चतुर्दशी । पौराणिक ...
  5. दिवाली का महत्व: कहानियाँ, रीति-रिवाज और उत्सव

    दिवाली को 'दीपावली' के रूप में भी जाना जाता है, जिसका संस्कृत में शाब्दिक अर्थ है रोशनी (दीपा) की पंक्तियाँ (अवली)। रोशनी का यह त्योहार भारतीय कैलेंडर में कार्तिक महीने की सबसे अंधेरी रात (अमावस्या) को मनाया जाता है और यह ज्ञान (प्रकाश) द्वारा अ ...
  6. रक्षा बंधन

      रक्षा बंधन की पूर्णमासी सिद्ध-महापुरुषों को, ऋषियों को समर्पित है। इसे रक्षा बंधन कहते हैं। बंधन का अर्थ है अधीनता और रक्षा का मतलब है सुरक्षा- जो बंधन तुम्हारी रक्षा करता है। ज्ञान के प्रति, गुरु के प्रति, सत्य के प्रति और आत्मा के प्रति तुम्हारा बंधन ...
  7. स्वस्थ और सुरक्षित होली के लिए कुछ शानदार सुझाव

    मस्ती और जोश से भरपूर रंगों का त्यौहार  होली आनी वाली है और इस के लिए सभी लोग वर्ष भर इंतजार करते हैं | भारत जैसा देश, जो कई  संस्कृतियों, रीति-रिवाज़ों  और त्योहारों से भरपूर विविधताओं  के लिए जाना जाता है,  उसको होली अपने रंगों के इंद्रधनुष  से एक सूत्र ...
  8. होली मुहूर्त: जानिए उन अनुष्ठानों के बारे में जो आपके उत्सव को और अधिक शुभ बना देंगे

    भारत में हर शुभ बदलाव की शुरुआत उत्सव मनाने से होती है | होली, शुभ का अशुभ  पर विजय की प्रतीक और रंगो का त्यौहार है | होली, वसंत ऋतु के आगमन और शिशिर ऋतु के अंत के समय मनाई जाती है | वातावरण में इस परिवर्तन और समय का अत्यंत गहरा महत्व है |  आइये देखते हैं ...
  9. भारत का लोकप्रिय त्यौहार: होली

    होली का त्यौहार भारत मे बहुत ही लोकप्रिय है । इस त्यौहार में लोग रोली, चन्दन, अबीर और रंगीन पानी से खेलते हैं ।यह त्यौहार प्रत्येक वर्ष मार्च के महीने में मनाया जाता  है । होली के एक दिन पहले की संध्या को होलिका दहन किया जाता है और लोग अग्नि की पूजा करते ...
  10. अनेकान्तवाद के प्रतिपादक: भगवान महावीर

    यह लेख 29 मार्च 2018 को, महावीर जयंती के उपलक्ष्य में, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी द्वारा दिए गए एक व्याख्यान पर आधारित है! आज एक महान संत,  महावीर का जन्म दिवस है जिन्होंने जैन धर्म का प्रचार-प्रसार किया। वे भारत के सर्वाधिक प्रबुद्ध संतो में से एक और ...