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  1. योग के पथ पर एक गुरु का महत्व | The Importance of a Guru on the Path of Yoga

    "एक पुष्प की कली की तरह, मानव जीवन में पूर्ण रूप से खिलने की क्षमता है। मानव क्षमता का पूर्णता से खिलना ही योग है।" ~ श्री श्री रवि शंकर प्राचीन काल के संतों और ऋषियों ने सदियों से आत्म-विकास की प्रणाली विकसित और सिद्ध की जिसे योग के रूप में जान ...
  2. चक्रों को खोलने और संतुलन के लिए योग

    एक चक्र या एक पहिया हमारे सूक्ष्म शरीर में प्राण (ऊर्जा) का एक बिंदु है, हमारे शरीर के भौतिक समकक्षों जैसे शिराओं, धमनियों और तंत्रिकाओं में स्थित होता है। प्राण या जीवन शक्ति जब भी अवरुद्ध हो जाती है तब उसको मुक्त करने का बेहद फायदेमंद तरीका है योग। योग ...
  3. केवल सात मिनट में आपको राहत प्रदान करने वाले सूक्ष्म योग अभ्यास | Sukshma Yoga Exercises to Relax you in 7 Minutes

    क्या किसी दिन आप ऎसा करना चाहोगे जब आप अपने बालों को पकड कर खिंचो, अपने दाँत पीसो और अपनी मुट्ठी कस कर रखो? अच्छा जरा करके देखो, पूरी तरह से अपनी मुट्ठी कस लो । बल्कि, अपने पूरे शरीर को कस लो। पूरी साँस बाहर निकालो, अपने पेट को अन्दर की ओर खिंचो, त्यौडिया ...
  4. योग जिज्ञासुओं के लिए नव वर्ष के 8 संकल्प | 8 New Year Resolutions for Yoga Seekers

    योग मानवता के लिए 5000 वर्षों से वरदान स्वरूप है। पश्चिम के देशों द्वारा योग का स्वीकार्य एक अद्भुत घटना की तरह है ना कि एक पंथ के स्वीकार्य की तरह, जो योग के वैश्विक विकास का साक्ष्य है। हममें से जो लोग योग की महत्ता को जानते हैं, उनके नव वर्ष के संकल्प ...