ध्यान (meditation)

ध्यान: अद्भुत पूर्णता की अनुभूति

‘काश मेरे  पास भी उनके जैसा दिमाग होता’ ;

‘काश मैं भी उनके जैसा कलात्मक खेल पाता और प्रभावशाली होता’;

‘काश मैं भी उसकी तरह शांत व  स्थिर दिखता’ -

हम सभी चाहते हैं कि हमारे पास वह सब कुछ हो, जो हमारे जीवन में नहीं है।  ऐसी सोच बहुत स्वभाविक है। यद्यपि , क्या आपने कभी सोचा है कि आप के पास पहले से ही वह सब कुछ है जो एक सफल जीवन जीने के लिए चाहिए ? हाँ ! जैसे  जीवन में ‘अपूर्ण क्षण’ होते हैं, वैसे ही ‘पूर्ण क्षण’ भी होते हैं। ऐसे क्षण जब हम शांति की गहराई में और आनंद से परिपूर्ण होते हैं।

ये प्रश्न हमे अक्सर परेशान करते हैं कि उन क्षणों को कैसे पुनः प्राप्त किया जाये | इसका समाधान ‘ध्यान’ में निहित है। ‘ध्यान’ जीवन में प्रचुरता आकर्षित करने के लिए अद्भुत तरीके से कार्य करता है।

प्रचुरता क्या है

जब हम  'प्रचुरता' कहते हैं तो आप इसका क्या अर्थ समझते हैं ?

क्या यह आय या धन से संबंधित है? स्वास्थ्य? मित्रता ? करियर  की प्रगति या समृद्धि ? या फिर यह प्रेम और कृतज्ञता की वह भावना है जो आपके जीवन में जो भी प्रचुरता है, उस से उत्पन्न होती है। संभवतः अल्प मात्रा में ही सही, ये सब कुछ का मिश्रण प्रतीत होता है।

‘मेरे पास सबकुछ पर्याप्त मात्रा में है’- ऐसा भाव रखना ही प्रचुरता है। न केवल यह विश्वास  कि 'अच्छी चीजें' ही आपके रास्ते में आती हैं, बल्कि यह मान्यता कि आपके लिए जो चीजें अच्छी हैं  वही आपके मार्ग में आती हैं। एक पूर्ण जीवन जीने के लिए यह मनोवृत्ति एक अद्भुत विधि है।

आप 'प्रचुरता' कैसे अनुभव कर सकते हैं?

प्रचुरता अनुभव  करने के लिए आपको कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं है। आपको वस्तुएं या लोगों को इकट्ठा  करने की आवश्यकता नहीं है। वस्तुतः कभी-कभी, संपत्ति और भावनाओं को त्यागने से आप प्रचुरता की अनुभूति कर सकते हैं।

आपको यह अनुभव करने की आवश्यकता है कि आप के पास पहले से क्या है, और किस चीज़ की अधिकता है |  ब्रह्मांड में इतनी अधिक प्रचुरता है कि आप इसे देखकर अभिभूत हो सकते हैं! यही ‘ध्यान की शक्ति’ है। प्रचुरता  हमारे चारों ओर मौजूद है और ध्यान आपको इसकी उपस्थिति का अनुभव कराता है।

प्रचुरता का अनुभव करने के लिए ध्यान कैसे सहायक है?

• यह प्रेम और पूर्णता के लिए स्थान बनाता है

ध्यान  तनाव और चिंता को दूर करने में आपकी मदद करता है। जब ये नकारात्मक भावनाएं दूर हो  जाती हैं, तो आप सकारात्मकता अनुभव करने लगते हैं | आप एक ऐसे स्थान पर हैं जहाँ आप चारों ओर सकारात्मकता प्राप्त कर सकते हैं। जब आप स्वागत करते हैं और अच्छी चीजों को प्रोत्साहित करते हैं तो ही वे आपकी ओर आने लगते हैं । यही कारण है कि आप ध्यान का उपयोग प्रचुरता को आकर्षित करने के लिए कर सकते हैं। यह आपके भीतर वह स्थान  बनाता है जहाँ आप प्रचुरता का अनुभव कर सकते हैं ।

• आपको दुनिया की सबसे सुखद भावना का अनुभव कराता है

क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे अच्छी भावना क्या है? आपकी नौकरी में पदोन्नति या फिर प्रतिद्वंद्वी या स्वयं पर विजय प्राप्त करना ? आपको मिलने वाला अत्यंत स्वादिष्ट भोजन या फिर अपने बच्चे को सफलता पाते हुए देखना? हां, ये सभी चीजें आपको अच्छा अनुभव  करा सकती हैं |

लेकिन हम इसे भविष्य की आशा तक ही सीमित रखेंगे । परन्तु ऐसा  विश्वास रखना कि संसार में ‘कुछ भी संभव है!’ सबसे उत्तम भावना है ! 

• आपके दृष्टिकोण में बदलाव लाता है 

जब आप अपने जीवन में प्रचुरता अनुभव करते हैं, तो प्रचुरता बढ़ती है। इसलिए, इस भावना के साथ चलें कि आपको जो भी चाहिए वह पहले से ही आपके पास  है। - गुरुदेव श्री श्री रविशंकर

यदि आप नकारात्मकता पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आप केवल नकारात्मकता महसूस करेंगे। यदि आप सकारात्मकता का अनुभव, आलिंगन और सराहना करते हैं, तो आप इसे ही अच्छी तरह से अनुभव करेंगे। तो, आप जिस पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं, वही बढ़ता है। यह आपके कार्यों और यहां तक कि आपके द्वारा बोले गए शब्दों पर निर्भर करता है।

यदि आप चीजों को कहते हैं, मेरे पास बहुत है, और मेरे पास पर्याप्त से अधिक है, तो आप वही अनुभव करेंगे। ध्यान ऐसे प्रेम और प्रचुरता को महसूस करने का मार्ग है। यह आपको 'मेरे पास नहीं है या कम है' की भावना से मुक्त कर ' मेरे पास सब कुछ है और पर्याप्त है' तक ले जाता है।

इच्छाओं को वास्तविकता में बदल देता है

इच्छाएं हम सभी को होती हैं। हम उन इच्छाओं को पूरा करने के लिए समय सीमा भी तय करते हैं, और फिर हम निराशा को आमंत्रित कर लेते  हैं। इच्छाएँ हमें खुश करती तो हैं - लेकिन एक सीमा तक! उसके बाद, अगर हम देखे तो ये हमसे एक जोंक की तरह चिपक जाती है और जीवन को ही चूस लेती हैं । ऐसा इसलिए है क्योंकि इच्छा ही सभी प्रकार के दुःख और विनाश  का कारण बन जाती है।

इसके बजाय, अपना सपना देखें  और उसे प्राप्त करने के लिए निष्ठा से काम करें। और फिर अपनी  इच्छा का समर्पण कर दें । आप ये देख कर आश्चर्यचकित हों जायेंगे कि जब आप चीजों के पीछे नहीं भागते तो कितनी शीघ्रता से आप उसे प्राप्त कर लेते हैं। 

यही ‘ध्यान’ विशेष रूप से जीवन में प्रचुरता महसूस करने के लिए उपयोगी है। यह आपको केंद्रित और ग्राही बनाता है। यह आपकी जागरूकता बढ़ाता है और आपके आंतरिक जीवन को मुक्त कर देता है।

जब सब कुछ प्रचुरता में होता है, तो वैराग्य  होता है। और जब वैराग्य होता है, तो सब कुछ प्रचुरता में होता है। - गुरुदेव श्री श्री रविशंकर

प्रचुरता  अनुभव करने के लिए ऑनलाइन निर्देशित ध्यान:-

क्या ध्यान आपके लिए बिलकुल  नया है ? प्रचुरता महसूस करने के लिए निर्देशित ध्यान के साथ शुरूआत  करें। यह निर्देशित ध्यान स्वाभाविक रूप से कृतज्ञता और प्रचुरता महसूस करने के लिए बहुत अच्छा है। आपको बस दिन में दो बार 20 मिनट चाहिए।

आजकल ‘समय’ सब के लिए एक दुर्लभ वस्तु है किन्तु जब आप ध्यान करेंगे तो बहुत समय की आपूर्ति होगी।  तो कृतज्ञता और प्रचुरता महसूस करने के लिए निर्देशित ध्यान करना आरम्भ कर दें । या फिर अपने दोस्तों या सहकर्मियों के साथ एक समूह में बैठ कर ध्यान करें। यह आपको आराम करने, सकारात्मक महसूस करने और प्रचुरता महसूस करने में मदद करेगा !

द आर्ट ऑफ़ लिविंग द्वारा सहज समाधि ध्यान कार्यक्रम आपको अपने आंतरिक स्वरुप से सहजता से जुड़ने में मदद करता है। आप हर्षित और आरामदायक स्थिति को  अनुभव करते हैं और उस प्रचुरता का अनुभव करते हैं जो चारों ओर व्याप्त है!

लेखक  : अनुषा चेल्लापा

अब ध्यान करना है बहुत आसान आज ही सीखें !

हमारे ध्यान कार्यक्रम सहज समाधि ध्यान सहज . आनंददायक . प्रभावशाली
अब ध्यान करना है बहुत आसान ! आज ही सीखें !